UPI VS VISA VS MASTERCARD

Share:

UPI VS VISA VS MASTERCARD

भारत के सबसे बड़े रिवॉल्यूशन कहलाने वाले UPI की आज पूरी दुनिया में एक बड़ी जीत बताई जा रही है | यहां तक कि यूरोप ही नहीं बल्कि पूरे वर्ल्ड की ऐसी पहली कंट्री है जो सिलीकान वैली के रूप में उभरी है | आज फ्रांस, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, वियतनाम, कंबोडिया और भूटान जैसे देशो ने UPI Payment को स्वीकारा है | अब यहां एक सवाल उठता है कि क्या आने वाले समय में ग्लोबल फाइनेंस का बादशाह USA भी इसको अडॉप्ट कर सकता है ?

UPI VS VISA VS MASTERCARD
UPI VS VISA VS MASTERCARD

        कुछ सालो पहले भारत के कुछ लोगों के पास ही अपने बैंक अकाउंट हुआ करते थे क्योंकि तब तक बैंक अकाउंट ओपन करने के लिए 3000 से 4000 का मिनिमम डिपॉजिट जरूरी होता था जिससे भारत डिजिटल पेमेंट से काफी दूर और फाइनेंस सिस्टम में भी पिछड़ा हुआ था | इसको सॉल्व करने के लिए 2008 में आरबीआई ने अपनी एक स्पेशलाइज्ड एजेंसी NPCI (नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) को मुंबई में सेटअप किया और उसी साल देश में आधार को भी लॉन्च किया गया | उस समय USA के VISA और Master Card इंडियन मार्केट को डोमिनेट करते थे | ऐसे में भारत ने सबसे पहले NPCI के माध्यम से 2012 में अपना RuPay Card लांच किया उसके बाद 2014 में प्रधानमंत्री जनधन योजना को लांच किया जिसके तहत देश भर में लोगों के जीरो बैलेंस के बैंक अकाउंट खुलवाए गए | जनवरी 2015 में बैंक अकाउंट की संख्या 125 मिलियन और जनवरी 2021 तक आते-आते यह नंबर 416 मिलियन को क्रॉस कर गया | इसके तहत NPCI ने भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए रिवॉल्यूशनरी इंफ्रास्ट्रक्चर को क्रिएट किया | इसमें इंडिया में UPI का सबसे बड़ा रोल रहा |

        NPCI ने देश में 2016 में अपना UPI (Unified Payment Interface) लॉन्च किया | इंडिया में UPI के इस सक्सेस में डिमॉनीटाइजेशन, JIO Internet और Corona पेंडेमिक का एक बहुत बड़ा योगदान रहा जिससे आज 2022 में यह ट्रांजेक्शन 1 ट्रिलियन को भी क्रॉस कर गया | इस प्रकार UPI ने देश के इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ाया हैं |


        जब बात फाइनेंसियल इनोवेशन या टेक रिवॉल्यूशन की हो तो उसमें सबसे पहले हमारे दिमाग में यूएस का नाम होता था क्योंकि यह इतने लंबे समय तक दुनिया के फाइनेंश्यिल ग्लोबल लीडर रहा है और उसके पीछे उसकी करेंसी डॉलर का बहुत बड़ा रोल है | इसके आलावा आज जब कोरोना वायरस जैसी पंडेमिक और यूक्रेन युद्ध जैसी परस्थिति के कारण यूएस डॉलर को कई बार चेलेंज मिला और वहीं दूसरी तरफ इंडिया के UPI को एक नई उड़ान भरने का मौका दिया है जिससे USA इसको एक खतरे के रूप में देख रहा है |

UPI VS VISA VS MASTERCARD

UPI VS VISA VS MASTERCARD

        अमेरिकन वीजा और मास्टरकार्ड काफी लंबे समय से फाइनेंशियल सिस्टम में ग्लोबली लीडर कर रहा है | लोग इंस्टेंट पेमेंट के लिए क्रेडिट और डेबिट कार्ड को ज्यादा पसंद करते हैं इसी कारण अमेरिकन पेमेंट सिस्टम या यह कार्ड नेटवर्क ज्यादा ट्रांजैक्शन चार्ज करते हैं जिसे MDR (Merchant Discount Rate) के रूप में जाना जाता हैवही दूसरी और इंडियन गवर्मेंट ने यूपीआई और RuPay के डेबिट कार्ड से होने वाले ट्रांजैक्शंस के लिए MDR यानी ट्रांजैक्शन फी को खत्म कर दिया है जिसकी वजह से आम लोगों के लिए यह ट्रांजैक्शन कई गुना ज्यादा बढ़ गई है | हाल ही में RBI ने UPI को क्रेडिट कार्ड से लिंक करने की बात कही है यदि यह सक्सेसफुल हो जाता है तो यह इंडियन इकोनामी के लिए और भी ज्यादा लाभदायक होगा | इसके चलते कुछ कंपनीज यूपीआई को अमेरिका में जल्द से जल्द इंट्रोड्यूस नहीं होने देंगी यह यूपीआई अमेरिका के बैंकिंग साइंस के लिए भी एक बड़ा खतरा है |

चूँकि UPI में आपको ट्रांजैक्शन के लिए केवल एक मोबाइल एप और दूसरी पार्टी की UPI आईडी की जरूरत पड़ती है | यह आईडी उनके मोबाइल नंबर या उनके QR कोड के थ्रू ट्रेस की जा सकती है वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी पेमेंट सिस्टम जैसे (FedNow, Zelle, MasterCard) से करने के लिए अपने बैंक अकाउंट की डिटेल देनी पड़ती है जिससे इसकी यूटिलिटी बहुत स्लो एवं कमर्शियल हो जाती है | इतना ही नहीं UPI में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रांजैक्शन की सभी पार्टी जैसे कि बैंक मर्चेंट और कंज्यूमर्स को एक ही प्लेटफार्म पर एक साथ कनेक्ट करके इंस्ट्रक्शंस इंश्योर कर पाता है | यही कारण है कि गूगल ने कुछ समय पहले अमेरिकन गवर्मेंट को यूपीआई जैसा सिस्टम ऐड करने की सलाह भी दी है |

यह भी पड़े -

Skills Development फ्री कोर्सेज with सर्टिफिकेट
https://smartech213.blogspot.com/2022/10/Skills-Development----future-Proof-IT-Skills-Software-Development-Android-Studio-Data-Science-Business-Analytics-Cloud-Computing-Artificial-Machine-Learning-Digital-Marketing-Project-Management-%20%20%20%20%20%20SCO.html

नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी (National Logistics Policy) लॉन्च की PM मोदी ने

https://smartech213.blogspot.com/2022/09/logistics-index-rank-2022-india-performance-index-NLP-image-upse-export-import-manufacturing-GDP-economy----narendra-modi-scheme.html

मोबाइल रिचार्ज वैलिडिटी होगी 28 से 30 दिन, TRAI ने दिये निर्देश


अब देने होंगे व्हाट्सएप कॉलिंग के लिए पैसे

https://smartech213.blogspot.com/2022/09/Socio-economic---%20.html

कोई टिप्पणी नहीं